Taja Trading

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है ? ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें ? ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान 10 मुख्य कारण।।What is option trading? How to do option trading? Advantages and disadvantages of options trading 10 main reasons.

what is option trading?

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कांट्रैक्ट है जो बायर्स और सेलर को कुछ प्रीमियम राशि देकर एक निश्चित तारीख पर किसी स्ट्राइक प्राइस पर सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने का अधिकार देती है। ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट ऑप्शंस को खरीदा और बेचा जाता है (यानी ट्रेड किया जाता है।)
ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा कॉन्ट्रेक्ट है जो आपको किसी खास तरीके को एक खास कीमत पर सिक्योरिटी को खरीदने या बेचने का अधिकार देती हैं। सरल भाषा में समझे तो ऑप्शंस एक कॉन्ट्रेक्ट है जो एक स्टॉक्स से जुड़ा होता है, उदाहरण के लिए, एक स्टॉक या इंडेक्स। ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट एक निर्धारित समय अवधि के लिए होते हैं, जो सप्ताह से लेकर या महीनों तक हो सकता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है ?

जब आप कोई ऑप्शंस खरीदते हैं, तो आपके पास उस ऑप्शंस में बाय और सेल करने का अधिकार होता है, लेकिन आप इसके लिए बाध्य नहीं होते हैं। यदि आप ऐसा करने का निर्णय लेते हैं, तो इसे ऑप्शंस का प्रयोग करना कहते हैं।एक शुरूआती ट्रेडर के लिए ऑप्शंस ट्रेडिंग करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन वास्तविकता यह है कि ऑप्शंस कुछ ऐसे हैं जो वस्तुतः कोई भी आसानी से सीखकर ट्रेड कर सकता हैऑप्शंस ट्रेडिंग भारत में सबसे ज्यादा की जाती है, क्योंकि ऑप्शंस ट्रेडिंग करने के बहुत से फायदे है .

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते है?

फ्री में डी – मैट अकाउंट ओपन करने के दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

https://join.dhan.co/options/?invite=TILRO55113

आप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी चीज है जो आप एक ऑनलाइन ब्रोकरेज खाते के माध्यम से कर सकते हैं जो स्व-निर्देशित ट्रेडिंग की अनुमति देता है।

तो ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा। ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद आप स्टॉकब्रोकर द्वारा दिए गए ट्रेडिंग एप का इस्तेमाल कर ऑप्शन में ट्रेड कर सकते है।

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ज़रूरी टर्म्स है जिसके बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए:

स्टॉक सिंबल :- स्टॉक सिंबल से तात्पर्य है कि एक ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट से जुड़ी किसी स्टॉक या इंडेक्स की पहचान करने के लिए क्या उपयोग किया जाता है। जैसे – Nifty 16000 CE
समाप्ति तिथि :– वह तिथि है जिस पर ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट समाप्त हो जाएगा यानी की एक्सपायरी डेट।
स्ट्राइक मूल्य :- वह मूल्य है जिस पर आप ऑप्शन का प्रयोग करने में सक्षम होते हैं।
प्रीमियम :- ऑप्शन के कॉन्ट्रेक्ट को खरीदने की लागत को प्रीमियम कहते है।

पुट ऑप्शन ट्रेड कैसे करें?

जब आप एक पुट ऑप्शन खरीदते हैं, तो आप एक कॉन्ट्रेक्ट खरीद रहे होते हैं जो आपको एक निश्चित मूल्य पर एक निश्चित समाप्ति तिथि तक सिक्योरिटी को बेचने का विकल्प देता है। एक पुट खरीदने से पहले, कुछ बातों पर विचार करना चाहिए:

आप कितने लोट में ट्रेड करने बाले है?
आप किस प्रकार की एक्सपायरी के लिए ट्रेड करना चाहते हैं?
आपका अधिकतम कितना जोकिम ले सकते है?
क्या मार्केट में ज्यादा Volatility है?
पुट ऑप्शंस खरीदना समझ में आता है अगर आपको लगता है कि किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमत समाप्ति तिथि से पहले नीचे जाने वाली है तो वहाँ पर आप गिरते हुए दाम से मुनाफा कमाने के लिए पुट ऑप्शन खरीदते है। यदि आप एक स्ट्राइक प्राइस पर पुट ऑप्शन खरीदते हैं, तो जैसे–जैसे उस एसेट की कीमत गिरती है, तो आपको लाभ होगा।

उदाहरण के लिए, मान लें कि आप एबीसी कंपनी के 100 शेयरों के लिए 50 रुपयें प्रति शेयर पर पुट ऑप्शन खरीदते हैं। ऑप्शंस की समाप्ति तिथि से पहले, स्टॉक की कीमत गिरकर 25 प्रति शेयर हो जाती है।

यदि आप अपने ऑप्शन का प्रयोग करना चुनते हैं, तब भी आप स्टॉक के 100 शेयरों को 50 प्रति शेयर की उच्च कीमत पर बेचने का अधिकार रखते है।

कॉल ऑप्शन ट्रेड कैसे करें?

कॉल ख़रीदने का मतलब है कि आप एक निश्चित समाप्ति तिथि तक किसी विशेष स्टॉक या संपत्ति को खरीदने के लिए एक कॉन्ट्रेक्ट खरीद रहे हैं। कॉल ऑप्शन खरीदते समय, उन्हीं कारकों पर विचार करना महत्वपूर्ण है जो आप पुट ऑप्शन खरीदते समय करेंगे।ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट किसी भी सिक्योरिटी (Nifty, बैंकनिफ्टी, स्टॉक्स) को खरीदने और बेचने के लिए दो जरूरी ऑप्शंस है। अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो Call option खरीदना चाहिए और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो Put option खरीदना चाहिए।

कॉल ऑप्शन खरीदना समझ में आता है यदि आपको लगता है कि किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमत समाप्ति तिथि से पहले बढ़ने वाली है।

उदाहरण के लिए, मान लें कि आप एबीसी कंपनी के 100 शेयरों के लिए 50 रुपयें प्रति शेयर पर कॉल ऑप्शन खरीदते हैं। ऑप्शंस की समाप्ति तिथि से पहले, स्टॉक की कीमत बढकर 75 प्रति शेयर हो जाती है। यदि आप अपने ऑप्शन का प्रयोग करना चुनते हैं, तब भी आप स्टॉक के 100 शेयरों को 75 प्रति शेयर की उच्च कीमत पर बेच सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान

नुकसान की बात करें तो ऑप्शन ट्रेडिंग तो वह निम्नलिखित है:

ऑप्शन ट्रेडिंग व्यक्तिगत स्टॉक, ईटीएफ या बांड खरीदने की तुलना में अधिक जोखिम भरा हो सकता है।
किसी भी स्टॉक मूल्य के मूवमेंट की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो सकता है और यदि आपका अनुमान गलत हो जाता है, तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपको गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है।
इसके लिए स्टॉक या इंडेक्स का विश्लेषण करना इक्विटी स्टॉक से अलग होता है जिसके लिए ज़रूरी है की आप डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग के संपूर्ण ज्ञान के साथ ही इसमें ट्रेड करें।
Option Trading Strategies for Beginners in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी नुकसान को सीमित करने और असीमित लाभ प्राप्त करने के उद्देश्य से कॉल या पुट खरीदने या कॉल & पुट बेचने या दोनों को एक साथ जोड़ कर बनाई जाती हैं।

यहाँ पर स्ट्रेटेजी से पहले कॉल और पुट ऑप्शन (call and put option in hindi) को समझना काफी ज़रूरी है। इससे आप अपने ट्रेडिंग उद्देश्य उससे होने वाले लाभ और जोखिमों को अच्छे से समझ मार्केट में ट्रेड कर सकते है।

ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियों (Strategies) को तेजी, मंदी या तटस्थ (Sideways) ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीतियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। यहाँ तक दिलचस्प लग रहा है? खैर, आपके उत्साह के स्तर को बढ़ाने के लिए और भी बहुत कुछ है।

आपके लिए 10 प्रकार की ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को दिया जा रहा है जो प्रत्येक ट्रेडर को पता होनी चाहिए और शेयर बाजार में अपने ऑप्शन ट्रेडिंग को सफल बनाने के लिए उपयोग कर सकते हैं!

हर कोई बुल मार्केट का इंतज़ार करता है और चढ़ते बाजार में पैसा कमाना चाहता है लेकिन अगर मार्केट नीचे भी गिर रहा है तब भी आप पैसा कमा सकते हैं बस आपको सही स्ट्रेटजी जानने की जरूरत है।

तो यहां पर हम वहीं स्ट्रेटजी के बारे में बात करेंगे, जिनसे आप गिरते हुए बाजार में भी, चढ़ते हुए बाजार में भी और बाजार अगर कहीं नहीं जा रहा है एक सीधे डायरेक्शन में भी जा रहा है तब भी आप पैसा कमा सकते हैं। बस ज़रुरत है तो स्ट्राइक प्राइस (strike price in hindi) की पूरी जानकारी होना और जिस भी ऑप्शन में आप ट्रेड कर रहे है उसकी एक्सपायरी (what is expiry in share market in hindi) को सही से चुनना।

नए लोग ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?

अगर आप एक शुरुआती ऑप्शन ट्रेडर है तो आपको Nifty या Banknifty इंडेक्स में ही option buying या selling करनी चाहिए।75% से ज्यादा लोग सिर्फ option buying करते हैं जबकि केवल 25% से कम लोग option selling करते हैं। क्योंकि option buying में आप बहुत कम पैसे से शुरुआत कर सकते हैं जबकि ऑप्शन सेलिंग में आपको लाखों रुपये लगाना पड़ता है।

Option buying करनी चाहिए या फिर Option selling, क्या ज्यादा बेहतर है?

अगर आप एक शुरुआती ऑप्शन ट्रेडर है तो आपको Nifty या Banknifty इंडेक्स में ही option buying या selling करनी चाहिए।75% से ज्यादा लोग सिर्फ option buying करते हैं जबकि केवल 25% से कम लोग option selling करते हैं। क्योंकि option buying में आप बहुत कम पैसे से शुरुआत कर सकते हैं जबकि ऑप्शन सेलिंग में आपको लाखों रुपये लगाना पड़ता है।

Option buying करनी चाहिए या फिर Option selling, क्या ज्यादा बेहतर है?
आपको पता होना चाहिए कि option selling में आपके जीतने के चांसेस 70% है जबकि option buying में सिर्फ 30% हैं। फिर भी अधिकतर लोग option buyer हैं ना की option seller

Option seller पैसा इसलिए कमाता है क्योंकि वह big capital यानी बड़ी पूंजी के साथ ट्रेड करता है जबकि option buyer एक छोटे अमाउंट के द्वारा ट्रेडिंग करता है और यही कारण है कि अधिकतर लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान ही करते हैं।
आप कुछ सोच कर देखिए कि एक तरफ कोई ट्रेडर 10000 रुपये से ट्रेड करता है और दूसरी तरफ दूसरा ट्रेडर 10 लाख रुपये से ट्रेडिंग करता है तो इन दोनों में से अपने पैसों को लेकर ज्यादा serious कौन होगा?

अब अगर आपके पास भी पैसा कम है तो चिंता मत कीजिए क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा वही कमाता है जो–

सही स्ट्रेटेजी अपनाकर ट्रेड करता है,
जिसे ऑप्शन के basics पता होते हैं,
जो लगातार इसकी प्रैक्टिस करता है,
जो चार्ट को बारीकी से analyse करता है,
जो स्टॉक मार्केट पर गहरी रिसर्च करता है और फिर अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाता है.

ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होने का क्या तरीका है?

देखिए अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो मेरी सलाह आपको यही रहेगी कि पहले जितना हो सके इसके बारे में अधिक से अधिक सीखने का प्रयास करें।

क्योंकि इसमें बहुत सारी चीजें हैं जो नए लोगों को परेशान कर सकती हैं जैसे काफी सारे लोगों को तो जानकर बड़ा आश्चर्य होता है कि ऑप्शन ट्रेडिंग में आपको थीटा, गामा डेल्टा, वेगा जैसी चीजें भी सीखना पड़ता है जो कि किसी समय आपको अपनी Mathematics की क्लास में पढ़ाई जाती थी।

(अगर सच्चाई देखी जाए तो शेयर मार्केट का गणित जिसकी लोग काफी चर्चा करते हैं अगर वह कहीं है तो वह option ट्रेडिंग में समाहित है)

मैं समझ सकता हूं ये सभी चीजें किसी भी शुरुआती ऑप्शन ट्रेडर के लिए सरदर्द जरूर हो सकती हैं लेकिन अगर आपको पैसा कमाना है तो आपको इन सभी बेसिक चीजों पर पकड़ मजबूत करनी होगी, दूसरा कोई शॉर्टकट उपाय नहीं है।

कहने का मतलब यह है कि अगर आप सही option trading strategies फॉलो करके ट्रेड करते हैं तो आप option buyer के रूप में आप कम कैपिटल से भी बहुत बड़ा पैसा कमा सकते हैं।

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How option trading works in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग option buyers और sellers के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह काम करती हैं जो किसी निश्चित expiry date का होता है। अगर आप कोई ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं तो यह आपको किसी निश्चित तारीख पर या उसके अंदर underlying asset खरीदने का अधिकार देता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में expiry date कब होती है?
ऑप्शन ट्रेडिंग में हर एक ऑप्शन की expiry date गुरुवार को होती है. Expiry दो तरह की होती है Weekly expiry और Monthly expiry. निफ़्टी और बैंक निफ़्टी में weekly expiry होती है जबकि stocks में monthly expiry होती है जो महीने के अंतिम सप्ताह में गुरुवार के दिन ऑप्शन की expiry date होती है।

Option की expiry डेट नजदीक आते-आते क्या होता है?
जैसे-जैसे आपके option की expiry date नजदीक आती जाती हैं तो आपके ऑप्शन प्रीमियम का प्राइस बदलता रहता है। अगर आपने call option फायदा हुआ है और आपका share या index का प्राइस नहीं बढ़ रहा है बल्कि sideways ही चल रहा है तो आप देखेंगे कि आपका ऑप्शन प्रीमियम धीरे-धीरे कम होता चला जाएगा।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? (How to do option trading)

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी भी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है। फिर उसमें फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस यानी F&O सेगमेंट को एक्टिवेट करके किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के ऑप्शन यानी कॉल और पुट को ट्रेड कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग दो प्रकार से की जा सकती है–

Option buying करके
Option Selling करके
जैसा कि मैंने ऊपर बताया कि ज्यादातर लोग option buying करते हैं क्योंकि इसमें कम कैपिटल की जरूरत होती है लेकिन यह भी सच है कि बड़ा पैसा लोग option selling करके ही कमाते हैं।

लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप option buying से पैसा नहीं कमा सकते बल्कि बहुत सारे option buyers हैं जो दिन का लाखों करोड़ों रुपए भी कमा रहे हैं बस जरूरत होती है सही knowledge और exprience की.

दोस्तों मैं आपको सलाह देना चाहता हूं कि अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल होना चाहते हैं तो आप किसी एक इंस्ट्रूमेंट पर अपनी पकड़ मजबूत कीजिए चाहे वह NIFTY हो BANKNIFTY हो या कोई पर्टिकुलर स्टॉक हो।
बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर है जो सिर्फ बैंक निफ्टी में ट्रेड करके दिन का लाखों रुपए कमाते हैं क्योंकि वह सिर्फ और सिर्फ बैंकनिफ्टी पर फोकस करते हैं। इससे होता यह है कि धीरे-धीरे आपको अनुभव होता जाता है कि आखिर banknifty का चार्ट कैसे move करता है और धीरे-धीरे आप इतने एक्सपर्ट बन जाते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट पर अगला कैंडल क्या बनेगा आप आसानी से predict करने लगते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है?

प्शन ट्रेडिंग में आप मिनिमम 100 रुपये से भी ट्रेड कर सकते हैं और यही इसका फायदा है कि आप कम पैसों से भी अधिक पैसा कमा सकते हैं। अगर आपका प्रेडिक्शन बिल्कुल सही है तो कम पैसों में भी इस trading से अमीर बन सकते हैं।

और मैं यह सिर्फ बोल नहीं रहा हूं बल्कि बहुत सारे ऑप्शन ट्रेडर इसी तरह अमीर बने हैं जिन्होंने बहुत कम कैपिटल से option trading की शुरुआत की थी और आज उनका कैपिटल करोड़ों में है इसके बारे में आप चाहे तो इंटरनेट पर रिसर्च कर सकते हैं।

हां अगर आप एक option seller के रूप में पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको लाखों रुपए की जरूरत पड़ती है क्योंकि उसमें कम कैपिटल से काम नहीं चलता है।
Option trading में चाहे आप कम पैसों से ट्रेडिंग करें या अधिक पैसों से यह tip हमेशा याद रखें कि–

जैसे-जैसे आप options से प्रॉफिट कमाते हैं तो आप कोशिश कीजिए कि उस प्रॉफिट को लॉस में convert ना करें। मतलब अगर आप दिन में 5-6 ट्रेड करते हैं और आज आपने एक ही ट्रेड में प्रॉफिट कमा लिया तो कोशिश कीजिए कि आज आप अपने प्रॉफिट का 70% हिस्सा घर लेकर जाएंगे।
क्योंकि बहुत सारे लोगों को जब पहली trade में प्रॉफिट होता है तो उन्हें लालच आ जाता है और फिर वह अपने प्रॉफिट को भी नुकसान में बदल देते हैं। इसी प्रकार अगर आपको बार-बार नुकसान हो रहा है और आपकी हर ट्रेड पर आपको सिर्फ loss ही उठाना पड़ रहा है तो उस दिन आप trading करना बंद कर दीजिए।

कुछ लोग होते हैं जो loss रिकवर करने के चक्कर में डबल नुकसान कर बैठते हैं। आप पहले ही अपना Mindset तैयार कर लीजिए कि आज आपको कितनी बार trade करना है। जितना हो सके Trading psychology के बारे में जानने की कोशिश करें इससे आपकी option ट्रेडिंग ही नहीं बल्कि overall ट्रेडिंग जर्नी बेहतर होगी।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे? (How to learn option trading )

ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको ऑप्शन चेन डेटा, मार्केट रिसर्च, स्ट्राइक प्राइस, पुट कॉल रेश्यो, ट्रेंड एनालिसिस आदि चीजों को समझना पड़ता है। साथ ही आप अलग-अलग स्ट्रेटजी सीखकर अपने नुकसान को प्रॉफिट में बदल सकते हैं।

अगर आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह चुनना होगा कि आप किस इंस्ट्रूमेंट में ट्रेड करेंगे– Nifty, Banknifty या stock option में।

Option trading for beginners in hindi–अगर आप अभी beginner हैं तो आप Nifty या Banknifty से शुरुआत कर सकते हैं। फिर चाहे तो आप स्टॉक ऑप्शंस की तरफ बढ़ सकते हैं।

1. सबसे पहले basics सीखो
शुरुआत में आपको सिर्फ basics पर फोकस करना चाहिए। ऑप्शन ट्रेडिंग में जितनी भी चीजें होती है उन सभी को एक-एक करके सीखना शुरू कर दीजिए। धीरे – धीरे आप देखेंगे कि आपको बहुत सारी चीजें पता नहीं थी और आप अन्य नए लोगों से आगे बढ़ते जाएंगे।

इसमें नुकसान होने की सबसे बड़ी वजह यही है कि लोगों के basic rules ही पता नहीं होता और सीधा ऑप्शन को buy और sell करने लगते हैं।

2. ऑप्शन ट्रेडिंग की books पढ़ें
अगर हो सके तो ऑप्शन ट्रेडिंग की बुक्स पढ़ने की कोशिश करें। मैं जानता हूं कि यह आपके लिए मुश्किल हो सकता है लेकिन यही चीज आपको अन्य लोगों से काफी आगे ले जाएगी। जो आप एक्सपर्ट के द्वारा लिखी गई बुक्स पड़ेंगे तो आपको काफी सारी चीजें सीखने को मिलेंगी कि आखिर एक ऑप्शन ट्रेडर को किन-किन चीजों से होकर गुजरना पड़ता है।

3. यूट्यूब वीडियोस देखें
आजकल के जमाने में कुछ भी सीखने के लिए यूट्यूब से बेहतर विकल्प कोई और नहीं है। यूट्यूब पर काफी सारे चैनल से हैं जो आपको बहुत अच्छे से ग्रुप से जुड़े फ्री में सिखा सकते हैं। जितना हो सके ऑप्शन ट्रेडिंग की वीडियोस देखने की कोशिश करें। शुरू हो सकता है कि आपको कुछ चीजें समझ ना आए लेकिन धीरे-धीरे आपको सब समझ आने लगेगा।

4. पेपर ट्रेडिंग की लगातार प्रैक्टिस .
Option trading की वीडियोस देखने के बाद आपको उसमें बताई गई चीजों को implement भी करना चाहिए मतलब सिर्फ ऑप्शन ट्रेडिंग की वीडियोस देखना काफी नहीं है बल्कि आपको खुद लाइव चार्ट पर practice करनी होगी। आप चाहे तो शुरुआत में असली ट्रेडिंग की बजाए पेपर ट्रेडिंग भी कर सकते हैं मतलब जिस भी भाव पर आप शेयर खरीदना चाहे उसे किसी पेपर पर लिख लीजिए।

आप उस शेयर को लगातार ट्रैक करते रहिए अगर आपके अनुमान के अनुसार आपका शेयर बढ़ता है और आपको profit होता है तो पेपर पर इसे लिख लीजिए और चेक कीजिए कि आपको कितनी ट्रेड में कितनी बार प्रॉफिट हुआ है।

जब आपको पेपर पर 10 ट्रेड में से 7 बार प्रॉफिट होने लगे आप रियल स्टॉक मार्केट में option ट्रेड कर सकते हैं इस प्रकार आपका जोखिम (Risk) बहुत कम हो जाता है।

लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि पेपर ट्रेडिंग में आपकी ट्रेडिंग साइकोलॉजी अलग तरीके से काम करती है और असली मार्केट में अलग तरीके से… जो कुछ हद तक सही है लेकिन मैं मानता हूं कि अगर आप पेपर पर ही प्रॉफिट नहीं कमा पा रहे हैं तो असली पैसों से ट्रेडिंग करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि उसमें भी आप सिर्फ नुकसान ही करेंगे।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम (Rules of option trading )

ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ नियम है जैसे– नुकसान को कम करके प्रॉफिट को बढ़ाना, रिस्क को मैनेज करना और लालच करने से बचना इन सभी नियमों के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।

  1. नुकसान को कम करें
    ऑप्शन ट्रेडिंग में आपका फोकस प्रॉफिट कमाने से ज्यादा नुकसान को कम करने पर होना चाहिए। क्योंकि अगर आप बहुत अधिक प्रॉफिट कमा भी लेते हैं लेकिन कुछ समय बाद वापस उसे loss में बदल देते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं है। इसीलिए जितना हो सके कोशिश करें कि आपको जो प्रॉफिट हुआ है उसे नुकसान में ना बदलें।
  2. Risk को मैनेज करें
    आप सब जानते हैं कि ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क बहुत ज्यादा है इसमें अगर आप लापरवाही से ट्रेडिंग करते हैं तो आपका लाखों रुपए कुछ ही मिनटों में साफ हो सकता है। आपको रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करना होगा मतलब जितना जोखिम आप उठा सकते हैं केवल उतने ही पैसों से ट्रेड करना चाहिए।
  3. लालच करने से बचें
    ज्यादा ऑप्शन ट्रेडर लालच के चक्कर में ही बर्बाद होते हैं। अगर आप प्रॉफिट कमा लेते हैं तो 10 में से 9 लोग दोबारा ट्रेड करते हैं और फिर अगर दोबारा प्रॉफिट कमाते हैं तो फिर से ट्रेड करते हैं और वह तब तक ट्रेड करते रहते हैं जब तक कि उनका पूरा पैसा खत्म ना हो जाए।

आपको एक discipline अपनाना होगा कि आज मुझे अपनी कैपिटल पर अगर प्रॉफिट हुआ तो मैं उसे लॉस में convert नहीं करूंगा. आपको फैसला करना होगा कि भले ही कम प्रॉफिट हो लेकिन आज मैं loss नहीं करूंगा.
इसमें अगर देखा जाए तो सीखने के लिए बहुत कुछ है बस जरूरत है तो सही dedication की। आपको क्या लगता है जो लोग दिन का लाखों रुपए कमाते हैं क्या यह सिर्फ उनका ‘Luck’ है?

नहीं…

बहुत सारे सफल ऑप्शन ट्रेडर है जिन्होंने ऑप्शन ट्रेडिंग को गहराई से समझा है तब जाकर आज वह 10 ट्रेड में से 8 बार प्रॉफिट कमा पाते हैं। और अगर आप बिना कुछ सीखें सीधा ही कॉल और पुट को ट्रेड करने लगते हैं तो पक्का है कि आप नुकसान ही करेंगे।

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आपको यह पता करना पड़ता है कि मार्केट किस डायरेक्शन में जाएगा. अगर आपको लगता है कि मार्केट ऊपर जाएगा तो आप कॉल ऑप्शन buy करके पैसा कमा सकते हैं। और अगर आपको लगता है कि मार्केट नीचे जाएगा तो आप पुट ऑप्शन buy करके प्रॉफिट कमा सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantage Of Option Trading )

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हैं जैसे–

अगर आप बिना सीखे options में ट्रेडिंग करते हैं तो आपका पैसा zero भी हो सकता है।
केवल कुछ ही मिनटों में आपका 1 लाख या 10 लाख रुपए पूरा खत्म हो सकता है।
इसमें ऑपरेटर ही आपका स्टॉपलॉस बार-बार hit करवाते हैं क्योंकि वह नए लोगों की ट्रेडिंग साइकोलॉजी को अच्छी तरह से जानते हैं।
अगर आपके द्वारा खरीदा गया कॉल या पुट
ऑप्शन आपके अनुमान के विपरीत परफॉर्म करता है तो आपकी प्रीमियम की वैल्यू लगातार कम होती जाएगी।

शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमायें ?

निष्कर्ष :-

इस लेख में हमने ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में समझाने की कोशिश की है , यदि आप सब ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है तो इस ब्लॉग में आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण लेख लिखा गया है जिसको सिख कर आप ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते है ।


Exit mobile version