SEBI क्यों बोलता है की ऑप्शन ट्रेडिंग में 10 में से 9 लोग रोजाना लॉस करते है ? क्या है इसका मुख्य कारण ? जानिए लॉस करने की 10 महत्वपूर्ण गलतियाँ ?Why does SEBI say that 9 out of 10 people lose every day in option trading? What is the main reason for this? Know the 10 important mistakes of making loss?

SEBI ( Securities and Exchange Board of India ) ने इस लिए कहा है की लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में हद से ज्यादा ट्रेड करने लगते है जिसके कारण लोगों का लॉस होता है उस लॉस को रिकवर करने में और लॉस होता है। इसलिए ऑप्शन ट्रेडिंग संभल कर करना चाहिए।

SEBI क्यों बोलता है की ऑप्शन ट्रेडिंग में 10 में से 9 लोग रोजाना लॉस करते है ?

शेयर बाजार में जितने भी नए ट्रेडर आ रहे है सबके दिमाग में बस एक ही बात होती है की मार्केट में पहले दिन से ही पैसा कमाने लग जायेंगे। आखिर क्यों न सोचे क्योंकि शेयर बाजार में सब लोग पैसा ही कमाने आते है कोई भी व्यक्ति नहीं चाहेगा की मै पहले शेयर मार्केट में लॉस करना सीखू उसके बाद लॉस को कम करना फिर पैसा कमाना सीखू। आज के समय में सोशल मिडिया पर चाहे वह YOUTUBE हो या INSTRAGRAM सबमे आपको केवल ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में बताया जाता है और उसमे केवल हमको प्रॉफिट दिखाया जाता है इसलिए नए ट्रेडर जल्दी पैसा कमाने के लिए स्टॉक मार्केट में आते है और अपना सारा पैसा गवां देते है इसलिए SEBI ने यह निर्देश दिया है की 10 में से 9 ट्रेडर पैसा रोजाना लॉस करते है मतलब 100 में से केवल 10 लोग रोज पैसा कमाते है बाकी लॉस करते है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में 10 में से 9 ट्रेडर पैसे क्यों गंवाते हैं?Why do 9 out of 10 traders lose money in options trading?

लॉस करने वालों में ऑप्शन ट्रेडर की संख्या कई गुना ज्यादा पाया गया है क्योकि ऑप्शन ट्रेडिंग में प्राइस का मूवमेंट बहुत तेजी के साथ होता है जिसके कारण लॉस अधिक होने की सम्भावना होती है।आइये समझते है की लॉस होने का मुख्य कारण क्या है ?

जानिए लॉस करने की 10 महत्वपूर्ण गलतियाँ ?

शेयर मार्केट को समझे बिना ट्रेड करना।Trading without understanding the stock market.

अक्सर लोग शेयर मार्केट को समझे बिना उसमे ट्रेड करने के लिए आ जाते है उनका ट्रेड लेने का एक ही तरीका होता है की मार्केट ऊपर की और जा रहा है तो कॉल साइड का ट्रेड लेते हैं और निचे की ओर जा रहा है तो पुट साइड का ट्रेड लेते है जबकि यह बिल्कुल गलत तरीका है ट्रेडिंग करने का। शेयर मार्केट में आने से पहले हमे शेयर मार्केट के ज्ञान होना बहुत जरुरी होता है जिससे आप अपने लॉस को कम कर सको।

किसी दूसरे द्वारा बताये हुए टिप्स, कॉल्स के भरोसे ट्रेडिंग करना।Trading based on tips and calls given by someone else.

अक्सर नए ट्रेडर की आदत होती है की वह किसी दूसरों के बताये हुए स्टॉक्स पर इन्वेस्टमेंट करते है और उनको लॉस का सामना करना पड़ता है अक्सर ऑप्शन ट्रेडर सुबह न्यूज़ या अन्य किसी सोशल मिडिया में जो देखते या सुनते है उनके दिमाग में वही चलता रहता है फिर लाइव मार्केट में वही करने की कोशिश करते है जब की ऐसा करना बिल्कुल गलत होता है ऑप्शन ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट खुद के एनालिसिस पर करना चाहिए।

ट्रेड लेने की जल्दबाजी करना।Rushing to take a trade.

जो ट्रेडर शेयर बाजार में नए आये होते है उनके अंदर धैर्य की कमी होती है बिना किसी सेटअप बने ही ट्रेड ले लेते है उनको ऐसा लगता है की मार्केट से सारा पैसा आज ही कमा लिया जाय क्या पता कल कैमाने का मौका मिले या ना मिले लेकिन यह तरीका बिल्कुल गलत होता है हमे अपने सेटअप पर कायम रहना चाहिए जब तक हमारा सेटअप ना बने जब तक उस सेटअप पर कन्फोर्मशन न मिले तब तक ट्रेड नहीं करना चाहिए क्योकि शेयर बाजार में हर दिन पैसा कमाने का मौका मिलता है इसलिए ट्रेड लेने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।

शेयर बाजार से जल्द पैसे कमाने की लालच करना।Greed to earn quick money from the stock market.

कुछ लोगों का ऐसा मानना होता है की शेयर बाजार से 10 दिन में या 1 महीने में करोडो रूपये कमाए जा सकते है ये वही लोग होते है जो 90% लोग लॉस करने में आते है क्योंकि इनकी मानसिकता जल्दी पैसा होती है।

किसी भी STRICK प्राइस में ट्रेड लेना वह चाहे OTM हो या ITM या फिर ATM .(Taking trade at any STRICK price whether it is OTM, ITM or ATM.)

ऑप्शन ट्रेडिंग करने वालो इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की ट्रेड करते वक्त किस strick price पर ट्रेड ले रहा है यदि आप किसी भी strick price पर ट्रेड लेंगे तो आपका प्रॉफिट बहुत कम होगा इसलिए हमेशा ITM ( IN THE MONEY ) के STRICK प्राइस का ट्रेड लेना चाहिए।

एक्सपायरी के दिन ज्यादा समय तक ट्रेड होल्ड करना।Holding the trade for a longer period on the expiry day.

एक्सपायरी के दिन जब हम ट्रेड करते है तो उस दिन ट्रेड को ज्यादा समय के लिए होल्ड पर नहीं रख सकते क्योंकि उस दिन टाइम डीके लगता है मतलब की प्रीमियम का भाव कम होते होते 0.5 तक हो जाता है यदि वह ट्रेड आपके विपरीत रहा तो।

FOMO में आकर ट्रेड लेना लेना।Taking trades due to FOMO.

एक ट्रेडर को कभी भी डर डर कर ट्रेड नहीं लेना चाहिए जब आपको आपने सेटअप पर कन्फोर्मशन मिल जाये तभी ट्रेड करना चाहिए।

प्राइस एक्शन का सही ज्ञान होना।Having accurate knowledge of price action.

प्राइस एक्शन को समझने के लिए सबसे पहले आपको कैंडल के मोवमेंटम के बारे में समझना होगा की कोन सी कैंडल बायींग को इंडीकेट कर रही है और कोन सी कैंडल सेलिंग को। यदि आप कैंडलिस्टिक के बारे में समझ जायेंगे तो आप प्राइस एक्शन को आसानी से समझ सकते है। कंडलिस्टिक को समझने के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक करके जानकारी हासिल कर सकते है जोकि प्राइस एक्शन के लिए बहुत जरुरी है।

कंडलिस्टिक पैटर्न क्या होता है और इसे कैसे समझें ?

RISK और रिवार्ड को मैनेज ना कर पाना।Not being able to manage RISK and REWARD.

ट्रेड लेते वक्त हमे अपने रिस्क को मैनेज करने के लिए अपने सिस्टम पर स्टॉप लॉस का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए जिसके वजह से हमारे द्वारा लिए गए ट्रेड का लॉस मैनेज कर सके। ट्रेड लेते वक्त हमारा रिस्क रिवार्ड हमेशा 1:2 या इससे अधिक का होना चाहिए। मतलब की हमारा रिस्क 10 रूपये का हो तो रिवार्ड 20 रूपये का या उससे अधिक का होना चाहिए तभी हम ट्रेडिंग में पैसा बना पाएंगे अन्यथा पैसा बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

ट्रेड लेने के बाद स्टॉप लॉस का उपयोग ना करना।Not using stop loss after taking the trade.

ट्रेडिंग में कभी भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए यदि आप छोटी सी गलती किये नहीं की आपका पैसा साफ़ होने में देरी नहीं लगती इसलिए हमेशा स्टॉपलॉस के साथ काम करना चाहिए , कभी भी ये नहीं मानना चाहिए की मैंने स्टॉपलॉस दिमाग में ले लिया है और वहाँ पर आते ही निकल जाऊंगा। ये तरीका बिलकुल गलत होता हैं इन्ही सारी गलतियों की वजह से हमारा लॉस होता रहता है और हम उन 90% लोगों में आ जाते है जो ये सारे रूल्स को फॉलो नहीं करते और हमेशा लॉस करते रहते है अंत में स्टॉक मार्केट छोड़ना पद जाता है।यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते है तो आपको एक D – MAT अकाउंट की जरुरत पड़ती है अगर आपको फ्री में D -MAT अकाउंट ओपन करना है तो निचे दिए हुए लिंक पर क्लिक कर के आप अपना अकाउंट ओपन कर सकते है।

LINK

https://join.dhan.co/options/?invite=TILRO55113

निष्कर्ष Conclusion :-

अंतता यह निष्कर्ष निकलता है की लॉस से बचने के लिए स्टॉपलॉस को हमेशा लगाना चाहिए सेटअप बनने पर ही ट्रेड करना चाहिए। इस आर्टिकल्स में बताई हुई बातों को ठीक से अपने सेटअप पर लागु करते है तो निश्चित ही आप अपने ट्रेडिंग करिअर में सफलता हासिल कर सकते है।